मुजफ्फरनगर। मंडी शुल्क चोरी और जीएसटी चोरी रोकने की मांग को लेकर गुड़ व्यापारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल मंगलवार को भी जारी रही । गुड़ व्यापारियों ने दूसरे दिन भी दुकानों पर ताला लटका मंडी समिति सचिव के ऑफिस के बाहर धरना दिया। पश्चिम की तमाम मंडियों में हड़ताल के बाद भी सरकार अभी तक नहीं जागी है। मंडियों में हड़ताल से जहां करोड़ों का व्यापार प्रभावित हो रहा है, वहीं सरकार के राजस्व की भी हानि हो रही है।
गुड़ माफिया पर कार्रवाई की मांग को लेकर गुड़ व्यापारी सोमवार से हड़ताल पर हैं। दूसरे दिन भी एशिया की सबसे बड़ी गुड़ मंडी मुजफ्फरनगर सहित पश्चिम की सभी मंडियों में हड़ताल रही। कारोबार पूरी तरह ठप रहा। गुड़ व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद कर मंडी समिति के दफ्तर के सामने धरना दिया। गुड़ खांडसारी एंड ग्रेन मर्चेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय मित्तल ने कहा कि गुड़ माफिया मंडी शुल्क की चोरी कर कोल्हुओं से गुड़ खरीदकर पूरे भारतवर्ष में गुड़ की सप्लाई कर रहे हैं। ढाई प्रतिशत मंडी शुल्क की खुलेआम चोरी हो रही है और मंडी समिति के अफसर खामोश है। एसोसिएशन के मंत्री श्याम सिंह सैनी ने कहा कि गुड़ मंडी में प्रतिदिन एक लाख गुड़ के कट्टे आते थे, जो अब मात्र दस हजार रह गए हैं। मंडी में केवल दस प्रतिशत व्यापार रह गया है। मुख्यमंत्री तक को शिकायत कर चुके हैं, लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है। आरोप लगाया कि अफसर शासन तक को गलत फीड करते हैं। उन्होंने कहा कि जब तक समस्या का समाधान नहीं हो जाता, अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगी। दूसरे दिन हड़ताल को कांग्रेस नेता पूर्व विधायक सोमांश प्रकाश ने भी समर्थन दिया। शिवसेना के जिला प्रमुख बिट्टू सिखेडा ने भी अपने साथियों के साथ पहुंचकर गुड़ व्यापारियों का समर्थन किया। कई व्यापारी और राजनीतिक संगठनों ने भी समर्थन दिया।
धरने पर हरि शंकर मूधडा, कृष्ण चंद मूधडा, सुरेंद्र बंसल, अरुण खंडेलवाल, संजय मिश्रा, भूषण लाल, अमरीश सिंघल, श्याम सुंदर, अंचित मित्तल, राजेश गोयल, दिनेश चौधरी, जगबीर सिंह, धर्मेश सिंघल प्रदीप, नरेश गोयल, राजेंद्र सिंघल, सुरेश चंद, पुलकित गुप्ता, कमरूद्दीन, संजय गोयल, फतेह सिंह तोमर, कपिल कुमार, विनीत कुमार, अजय कुमार, अमन कुमार, दिनेश गोयल, पंकज जिंदल, कुंजबिहारी माहेश्वरी आदि गुड़ कारोबारी मौजूद रहे।
व्यापारियों ने अफसरों को बैरंग लौटाया
मुजफ्फरनगर। गुड़ मंडी में व्यापारियों के धरने पर पहुंचे मंडी के प्रशासक सिटी मजिस्ट्रेट अतुल कुमार और मंडी समिति सचिव आरके सिंह ने व्यापारियों से धरना समाप्त करने की अपील की। व्यापारियों ने दोनों अफसरों से पूछा की गुड़ माफिया के खिलाफ वह अपनी कार्ययोजना बताएं। इस पर अफसर कोई जवाब नहीं दे पाए। दोनों अफसरों को व्यापारियों ने बैरंग लौटा दिया।
डिप्टी डायरेक्टर मंडी ने व्यापारियों से वार्ता की
मुजफ्फरनगर। डिप्टी डायरेक्टर मंडी सहारनपुर पुष्पराज सिंह शाम को मंडी पहुंचे और व्यापारियों के प्रतिनिधिमंडल से बात की। व्यापारियों ने डीडी को अपनी समस्या से अवगत कराया। यह भी कहा कि मंडी समिति का यही हाल रहा तो कुछ दिन में दफ्तरों पर ताला लग जाएगा। जब व्यापार अवैध तरीके से हो रहा है तो मंडी समिति की जरूरत की क्या रह जाएगी। एसोसिएशन अध्यक्ष संजय मित्तल और मंत्री श्याम सिंह सैनी ने साफ शब्दों में कहा कि हड़ताल को वापस लेने का निर्णय पश्चिम की सभी मंडियों के व्यापारियों के विचार विमर्श के बाद होगा। वह भी तब होगा जब प्रशासन अपनी ठोस योजना प्रस्तुत करेगा।
गुड़ माफिया पर कार्रवाई की मांग को लेकर गुड़ व्यापारी सोमवार से हड़ताल पर हैं। दूसरे दिन भी एशिया की सबसे बड़ी गुड़ मंडी मुजफ्फरनगर सहित पश्चिम की सभी मंडियों में हड़ताल रही। कारोबार पूरी तरह ठप रहा। गुड़ व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद कर मंडी समिति के दफ्तर के सामने धरना दिया। गुड़ खांडसारी एंड ग्रेन मर्चेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय मित्तल ने कहा कि गुड़ माफिया मंडी शुल्क की चोरी कर कोल्हुओं से गुड़ खरीदकर पूरे भारतवर्ष में गुड़ की सप्लाई कर रहे हैं। ढाई प्रतिशत मंडी शुल्क की खुलेआम चोरी हो रही है और मंडी समिति के अफसर खामोश है। एसोसिएशन के मंत्री श्याम सिंह सैनी ने कहा कि गुड़ मंडी में प्रतिदिन एक लाख गुड़ के कट्टे आते थे, जो अब मात्र दस हजार रह गए हैं। मंडी में केवल दस प्रतिशत व्यापार रह गया है। मुख्यमंत्री तक को शिकायत कर चुके हैं, लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है। आरोप लगाया कि अफसर शासन तक को गलत फीड करते हैं। उन्होंने कहा कि जब तक समस्या का समाधान नहीं हो जाता, अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगी। दूसरे दिन हड़ताल को कांग्रेस नेता पूर्व विधायक सोमांश प्रकाश ने भी समर्थन दिया। शिवसेना के जिला प्रमुख बिट्टू सिखेडा ने भी अपने साथियों के साथ पहुंचकर गुड़ व्यापारियों का समर्थन किया। कई व्यापारी और राजनीतिक संगठनों ने भी समर्थन दिया।
धरने पर हरि शंकर मूधडा, कृष्ण चंद मूधडा, सुरेंद्र बंसल, अरुण खंडेलवाल, संजय मिश्रा, भूषण लाल, अमरीश सिंघल, श्याम सुंदर, अंचित मित्तल, राजेश गोयल, दिनेश चौधरी, जगबीर सिंह, धर्मेश सिंघल प्रदीप, नरेश गोयल, राजेंद्र सिंघल, सुरेश चंद, पुलकित गुप्ता, कमरूद्दीन, संजय गोयल, फतेह सिंह तोमर, कपिल कुमार, विनीत कुमार, अजय कुमार, अमन कुमार, दिनेश गोयल, पंकज जिंदल, कुंजबिहारी माहेश्वरी आदि गुड़ कारोबारी मौजूद रहे।
व्यापारियों ने अफसरों को बैरंग लौटाया
मुजफ्फरनगर। गुड़ मंडी में व्यापारियों के धरने पर पहुंचे मंडी के प्रशासक सिटी मजिस्ट्रेट अतुल कुमार और मंडी समिति सचिव आरके सिंह ने व्यापारियों से धरना समाप्त करने की अपील की। व्यापारियों ने दोनों अफसरों से पूछा की गुड़ माफिया के खिलाफ वह अपनी कार्ययोजना बताएं। इस पर अफसर कोई जवाब नहीं दे पाए। दोनों अफसरों को व्यापारियों ने बैरंग लौटा दिया।
डिप्टी डायरेक्टर मंडी ने व्यापारियों से वार्ता की
मुजफ्फरनगर। डिप्टी डायरेक्टर मंडी सहारनपुर पुष्पराज सिंह शाम को मंडी पहुंचे और व्यापारियों के प्रतिनिधिमंडल से बात की। व्यापारियों ने डीडी को अपनी समस्या से अवगत कराया। यह भी कहा कि मंडी समिति का यही हाल रहा तो कुछ दिन में दफ्तरों पर ताला लग जाएगा। जब व्यापार अवैध तरीके से हो रहा है तो मंडी समिति की जरूरत की क्या रह जाएगी। एसोसिएशन अध्यक्ष संजय मित्तल और मंत्री श्याम सिंह सैनी ने साफ शब्दों में कहा कि हड़ताल को वापस लेने का निर्णय पश्चिम की सभी मंडियों के व्यापारियों के विचार विमर्श के बाद होगा। वह भी तब होगा जब प्रशासन अपनी ठोस योजना प्रस्तुत करेगा।